By Roshani / 01 November 2021
कानपुर : बीते दिनों थाना पनकी के रतनपुर क्षेत्र में दशहरा मेले की रात हुई भाजपा कार्यकर्ता की मौत के मामले में जेल गए पत्रकारों को न्याय दिलाने के लिए आईरा प्रेस क्लब ने कमिश्नर से मिलकर की जॉच की मांग । भाजपा कार्यकर्ता की मौत के बाद से ही पनकी पुलिस पर सवाल उठने शुरू हो गए । चाहे मृतक के परिजन हो या हत्या के आरोप में जेल गए सभी अभियुक्तों के परिजन सभी ने पनकी पुलिस पर आरोप लगाए ।
भाजपा कार्यकर्ता के मौत के कुछ दिन बाद ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमे एक बुजुर्ग के द्वारा मृतक भाजपा कार्यकर्ता का एक्सीडेंट होने की बात कही जा रही है और साथ ही साथ उस बुजुर्ग के द्वारा ये भी बताया जा रहा है की जिस समय भाजपा कार्यकर्ता का एक्सीडेंट हुआ उस समय मौके पर पुलिस व मृतक का पुत्र भी मौजूद था । अगर बुजुर्ग की बातो को सत्य माने तो भाजपा कार्यकर्ता के मौत का जो कारण शिकायत पत्र में लिखा गया वहा पूरी तरह गलत है वही धर्मेंद्र सिंह,सुनील चतुर्वेदी वा संतोष पाण्डे के परिजनों का कहना है भाजपा कार्यकर्ता की मौत में धर्मेंद्र सिंह,सुनील चतुर्वेदी और संतोष पांडे का कोई लेना देना नहीं है ।
इन तीनो को रंजिशन फसाया गया है । वही भाजपा कार्यकर्ता की मौत की सूचना मिलते ही भाजपा की राज्यमंत्री नीलमा कटियार मौके पर पहुंची और दोसियो की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की बात कही थी जिसके बाद आनन-फानन में पनकी पुलिस द्वारा बिना किसी जांच-पड़ताल के सुनील चतुर्वेदी व संतोष पांडे को पकड़कर जेल भेज दिया गया । जिसको लेकर सोमवार सुबह 12 बजे पत्रकारों के लिए कार्य करने वाले संगठन आईरा प्रेस क्लब ने जिले के कमिश्नर से मुलाकात कि और कई अहम बिंदुओं पर जांच करने की मांग की ।
आईरा प्रेस क्लब की सभी बातों को जिले के कमिश्नर संज्ञान में लेते हुए सभी बिंदुओं पर उच्च अधिकारियों से जांच करने की बात कही है । वही विपक्ष की ओर से भी इस मामले और बुजुर्ग की वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर पुलिस कमिश्नर से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई । वही इस मामले में जब आईरा प्रेस क्लब के जिलाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने बता की पनकी मामले में फसे पत्रकार साथी सुनील चतुर्वेदी और संतोष पांडे के मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस कमिश्नर से उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है जिसमे कमिश्नर की ओर से उनको भरोसा दिलाया गया है की इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और किसी भी निर्दोष को सजा नहीं होने दी जाएगी ।